देहरादून/शिमला: उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के चलते जनजीवन बेहाल है. सड़कें अवरुद्ध हैं और कई इलाकों में आपात स्थिति है. हालांकि राहत की बात ये है कि चारधाम यात्रा बहाल कर दी गई है. गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडेय ने सोमवार सुबह ये जानकारी दी. भारी बारिश को देखते हुए एक दिन के लिए चारधाम यात्रा रोक दी गई थी. दूसरी ओर उत्तराखंड के कई जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है. लोगों से अनुरोध किया गया है कि वे सावधानी बरतें और मौसम पूरी तरह साफ होने तक अनावश्यक यात्रा से बचें.
कुछ जगहों पर बादल फटने की घटना भी हुई है और मौसम विज्ञान विभाग ने भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है. उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के कई जिलों में शिक्षण संस्थानों में सोमवार को छुट्टी का आदेश जारी किया गया है. आइए जानते हैं, दोनों ही राज्यों के मौसम की अपडेट्स.
उत्तराखंड में रेड अलर्ट
उत्तराखंड में मौसम का कहर लगातार तीसरे दिन जारी है। मौसम विभाग ने देहरादून, उत्तरकाशी, टिहरी, पौड़ी, रुद्रप्रयाग, हरिद्वार, नैनीताल, चंपावत और उधम सिंह नगर समेत 9 जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है। तेज बारिश और भूस्खलन के जोखिम को ध्यान में रखते हुए चारधाम यात्रा को एक दिन के लिए रोका गया था, जिसे अब फिर से शुरू किया गया है.
सड़कें बंद, हाईवे बाधित, नदियां उफान पर
गंगोत्री और यमुनोत्री नेशनल हाईवे के कई हिस्सों में भारी भूस्खलन और मलबा गिरने से रास्ते पूरी तरह बंद हैं. गंगोत्री हाईवे नेताला, लालडांग और नलूणा में बंद है. यमुनोत्री मार्ग सिलाई बैंड के पास दूसरे दिन भी अवरुद्ध है. बद्रीनाथ हाईवे सिरोबगड़ में देर रात से बंद है और दोनों ओर सैकड़ों वाहन फंसे हुए हैं. राज्य की प्रमुख नदियां गंगा और यमुना भी उफान पर हैं, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है.
केदारनाथ और आदि कैलाश यात्रा पर भी असर
रुद्रप्रयाग जिले में भी तेज वर्षा ने बर्बादी फैलाई है। केदारनाथ धाम की ओर जा रहे भक्तों को सोनप्रयाग में रोका गया है। केदारनाथ हाईवे के विजयनगर क्षेत्र में चट्टानों और मलबे के गिरने से कई गाड़ियों को नुकसान हुआ है। आदि कैलाश यात्रा का मार्ग दोबात में चट्टानें गिरने के कारण पुनः बंद कर दिया गया है। धारचूला में रातभर लगातार बारिश के कारण सड़क खोलने का कार्य मन्द हो गया है.
9 मजदूर लापता, राहत कार्य जारी
उत्तरकाशी जिले के सिलाई बैंड क्षेत्र में भूस्खलन के कारण 9 मजदूरों के लापता होने की खबर है. जिला प्रशासन के अनुसार, SDRF, NDRF, राजस्व विभाग, NH बड़कोटा, स्वास्थ्य विभाग और पुलिस की टीमें राहत और खोजबीन के कार्य में जुटी हुई हैं.
पुरोला कस्बे में तेज बारिश के कारण कुमोला रोड की दुकानों में पानी भर गया है। नालियों की सफाई न होने के चलते बारिश का पानी सड़कों पर बहकर दुकानों में चला गया। कुछ दुकानों की चौराहे पानी से भर गए और लोग बाल्टी, जग से पानी निकालते हुए दिखे।
हिमाचल में भी बिगड़े हालात: स्कूल बंद, मौतें बढ़ीं
हिमाचल प्रदेश के 4 जिलोंकांगड़ा, मंडी, सोलन और सिरमौर में रेड अलर्ट जारी किया गया है. इन सभी जिलों में शिक्षण संस्थानों में अवकाश की घोषणा कर दी गई है. इसके अलावा, ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, सोलन और सिरमौर में ऑरेंज अलर्ट और चंबा, कुल्लू, मंडी व शिमला में येलो अलर्ट जारी है. अब तक राज्य में 31 लोगों की मौत, 66 घायल और 4 लोग लापता हैं. कांगड़ा और कुल्लू में हाल ही में बादल फटने से बाढ़ जैसे हालात बन गए थे.
मुख्यमंत्री की अपील- सावधानी बरतें
हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा है कि सरकार स्थिति पर लगातार नजर रख रही है और सभी नागरिकों से स्थानीय प्रशासन के निर्देशों का पालन करने की अपील की है. उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों और आम नागरिकों की सुरक्षा को देखते हुए स्कूल बंद करने का फैसला लिया गया है.
क्या करें, क्या न करें?
आपात स्थितियों में स्थानीय प्रशासन से संपर्क में रहें.
मौसम विभाग और स्थानीय प्रशासन की सलाह मानें.
नदियों या भू-स्खलन वाले इलाकों में न जाएं.
बहुत जरूरी हो तभी यात्रा करें.
किसी भी तरह की अफवाहों पर भरोसा न करें.
