अयोध्या। डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय में आयोजित अयोध्या सीएसआर कॉन्क्लेव में उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। इस अवसर पर उन्होंने उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले गोल्ड मेडलिस्ट खिलाड़ियों को सम्मानित किया और अयोध्या के 70 आंगनबाड़ी केंद्रों के निर्माण कार्य का शिलान्यास भी किया।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने सीएसआर फंड की स्वीकृति प्रक्रिया पर अधिकारियों को चुटीले अंदाज़ में नसीहत दी। उन्होंने कहा, “भगवान राम के दर्शन तो हो जाते हैं लेकिन फाइल के दर्शन करने के लिए पहले टेबल पर बैठे अधिकारियों के दर्शन करने पड़ते हैं।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि फाइलें एक टेबल से दूसरी, तीसरी, चौथी और पांचवीं टेबल तक घूमती रहती हैं, लेकिन उनमें मौजूद कमियां दूर नहीं होतीं।

राज्यपाल ने अधिकारियों से अपील की कि, “फाइल जब पहली बार टेबल पर आए, तभी उसमें मौजूद सभी खामियों को दूर कर लें, ताकि वह बार-बार वापस न जाए।” उन्होंने स्पष्ट किया कि यह समस्या केवल उत्तर प्रदेश की नहीं है, बल्कि लगभग सभी सरकारों में यह स्थिति देखी जाती है।

कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुलपति, प्रशासनिक अधिकारी, जनप्रतिनिधि, सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधि, और छात्र-छात्राएं भी मौजूद रहे। इस अवसर पर अयोध्या के समग्र विकास में कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (CSR) की भूमिका पर भी विस्तृत चर्चा की गई।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *